Rajinder Khanna will new Chief of Raw dated 21-12-2014 | Biography of Rajinder Khanna
श की बाह्य खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी RAW में विशेष सचिव राजिन्दर खन्ना को इसका नया प्रमुख नियुक्त किया गया है.
सरकार द्वारा की गयी एक अन्य नियुक्ति में केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) प्रकाश मिश्र को सीआरपीएफ का महानिदेशक बनाया गया है. सीआरपीएफ देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है जिसमें तीन लाख से ज्यादा कर्मी हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 1978 बैच के आरएएस कैडर अधिकारी खन्ना के नाम को मंजूरी दी. उनकी नियुक्ति मौजूदा प्रमुख आलोक जोशी के रिटायरमेंट के बाद 31 दिसंबर से दो साल की अवधि के लिए होगी.
रॉ में आतंकवाद विरोधी इकाई के जनक माने जाने वाले खन्ना दुनिया भर की खुफिया एजेंसियों से सहयोग हासिल करने में अग्रणी रहे हैं. रॉ में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान खन्ना पूर्वोत्तर के अलावा देश से बाहर भी काम कर चुके हैं.
इसके अलावा अरविन्द सक्सेना को 'एविएशन रिसर्च सेंटर' (एआरसी) का प्रमुख बनाया गया है. सक्सेना भी 1978 बैच के आरएएस अधिकारी हैं. एआरसी मानवरहित हवाई वाहनों तथा मिग एवं हेलीकाप्टरों आदि के जरिए सीमाओं की हवाई निगरानी करता है. सक्सेना अगले साल अगस्त तक पद पर रहेंगे.
सीआरपीएफ के डीजी नियुक्त किए गए मिश्र 1977 बैच के ओडिशा कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. यह पद दिलीप त्रिवेदी के 30 नवंबर को रिटायर होने के बाद से खाली था.
नक्सल विरोधी अभियानों में सीआरपीएफ की अहम भूमिका रही है. खुद मिश्र भी ऐसे अभियान का नेतृत्व कर चुके हैं जब वह ओडिशा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) थे.
करीब तीन लाख कर्मियों वाला बल कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, खासकर नक्सली उग्रवाद से निपटने में. बल के आधुनिकीकरण और ऑपरेशनल क्षमता को दुरुस्त करने के लिए सरकार ने हाल ही में तीन समितियां गठित की हैं.
श की बाह्य खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी RAW में विशेष सचिव राजिन्दर खन्ना को इसका नया प्रमुख नियुक्त किया गया है.
सरकार द्वारा की गयी एक अन्य नियुक्ति में केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) प्रकाश मिश्र को सीआरपीएफ का महानिदेशक बनाया गया है. सीआरपीएफ देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है जिसमें तीन लाख से ज्यादा कर्मी हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 1978 बैच के आरएएस कैडर अधिकारी खन्ना के नाम को मंजूरी दी. उनकी नियुक्ति मौजूदा प्रमुख आलोक जोशी के रिटायरमेंट के बाद 31 दिसंबर से दो साल की अवधि के लिए होगी.
रॉ में आतंकवाद विरोधी इकाई के जनक माने जाने वाले खन्ना दुनिया भर की खुफिया एजेंसियों से सहयोग हासिल करने में अग्रणी रहे हैं. रॉ में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान खन्ना पूर्वोत्तर के अलावा देश से बाहर भी काम कर चुके हैं.
इसके अलावा अरविन्द सक्सेना को 'एविएशन रिसर्च सेंटर' (एआरसी) का प्रमुख बनाया गया है. सक्सेना भी 1978 बैच के आरएएस अधिकारी हैं. एआरसी मानवरहित हवाई वाहनों तथा मिग एवं हेलीकाप्टरों आदि के जरिए सीमाओं की हवाई निगरानी करता है. सक्सेना अगले साल अगस्त तक पद पर रहेंगे.
सीआरपीएफ के डीजी नियुक्त किए गए मिश्र 1977 बैच के ओडिशा कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. यह पद दिलीप त्रिवेदी के 30 नवंबर को रिटायर होने के बाद से खाली था.
नक्सल विरोधी अभियानों में सीआरपीएफ की अहम भूमिका रही है. खुद मिश्र भी ऐसे अभियान का नेतृत्व कर चुके हैं जब वह ओडिशा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) थे.
करीब तीन लाख कर्मियों वाला बल कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, खासकर नक्सली उग्रवाद से निपटने में. बल के आधुनिकीकरण और ऑपरेशनल क्षमता को दुरुस्त करने के लिए सरकार ने हाल ही में तीन समितियां गठित की हैं.