सपा में टिकटों के लिए कथित रूप से शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच मचे घमासान के बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने आज आगामी यूपी विधानसभा चुनावों के लिए 325 उम्मीदवारों की सूची जारी की. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बाकी 78 उम्मीदवारों की सूची विचार-विमर्श के बाद जारी की जाएगी.
उन्होंने यह भी कहा कि 176 मौजूदा विधायकों को फिर से टिकट दिया गया है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बारे में बोलते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि वह जहां से भी चाहेंगे वहां से चुनाव लड़ेंगे. इसके साथ ही मुलायम ने कहा कि उन्होंने जीतने वाले उम्मीदवार घोषित किए हैं.
चुनावों में मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि सपा से ज्यादा लोकतांत्रिक पार्टी कोई और नहीं है. इसलिए हम चुनाव से पहले मुख्यमंत्री तय नहीं करते. मुलायम सिंह ने कहा कि अब कोई टिकट बदला नहीं जाएगा. बहुत सोच-समझकर टिकट दिया गया है. साथ में यह भी जोड़ा कि जिन कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिल सका है उनका भी पार्टी में पूरा सम्मान है.
टिकट पाने में मुख्य लोगों में से बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा का नाम भी शामिल है. उल्लेखनीय है कि राकेश वर्मा पिछला विधानसभा चुनाव हार गए थे. बेनी प्रसाद को मुलायम सिंह का बेहद करीबी माना जाता है.
अखिलेश समर्थकों पर गिरी गाज
इसके साथ ही अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले मौजूदा मंत्री अरविंद सिंह आैर पवन पांडे का टिकट काट दिया गया है. गौरतलब है कि पवन पांडे को सपा प्रदेशाध्यक्ष शिवपाल यादव ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था और अखिलेश से उनको हटाने का आग्रह किया था लेकिन इसके बावजूद अखिलेश ने उनको मंत्रिमंडल से नहीं हटाया. दरअसल हालिया चाचा-भतीजे की लड़ाई में पवन पांडे ने खुलकर अखिलेश का साथ दिया था. वहीं दूसरी तरफ अरविंद सिंह का टिकट काटकर राकेश वर्मा को दे दिया गया.
जिनको मिला टिकट
मुलायम सिंह के करीबी गायत्री प्रजापति, नारद राय को टिकट दिया गया है. कानपुर कैंट से अतीक अहमद को टिकट दिया गया है.
बीजेपी पर साधा निशाना
नोटबंदी और काला धन के मसले पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि चुनावों में वादा किया था कि 15 लाख रुपया हरेक के खाते में आएगा. सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर किसके खाते में वह पैसा आया?
उन्होंने यह भी कहा कि 176 मौजूदा विधायकों को फिर से टिकट दिया गया है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बारे में बोलते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि वह जहां से भी चाहेंगे वहां से चुनाव लड़ेंगे. इसके साथ ही मुलायम ने कहा कि उन्होंने जीतने वाले उम्मीदवार घोषित किए हैं.
चुनावों में मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि सपा से ज्यादा लोकतांत्रिक पार्टी कोई और नहीं है. इसलिए हम चुनाव से पहले मुख्यमंत्री तय नहीं करते. मुलायम सिंह ने कहा कि अब कोई टिकट बदला नहीं जाएगा. बहुत सोच-समझकर टिकट दिया गया है. साथ में यह भी जोड़ा कि जिन कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिल सका है उनका भी पार्टी में पूरा सम्मान है.
टिकट पाने में मुख्य लोगों में से बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा का नाम भी शामिल है. उल्लेखनीय है कि राकेश वर्मा पिछला विधानसभा चुनाव हार गए थे. बेनी प्रसाद को मुलायम सिंह का बेहद करीबी माना जाता है.
अखिलेश समर्थकों पर गिरी गाज
इसके साथ ही अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले मौजूदा मंत्री अरविंद सिंह आैर पवन पांडे का टिकट काट दिया गया है. गौरतलब है कि पवन पांडे को सपा प्रदेशाध्यक्ष शिवपाल यादव ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था और अखिलेश से उनको हटाने का आग्रह किया था लेकिन इसके बावजूद अखिलेश ने उनको मंत्रिमंडल से नहीं हटाया. दरअसल हालिया चाचा-भतीजे की लड़ाई में पवन पांडे ने खुलकर अखिलेश का साथ दिया था. वहीं दूसरी तरफ अरविंद सिंह का टिकट काटकर राकेश वर्मा को दे दिया गया.
जिनको मिला टिकट
मुलायम सिंह के करीबी गायत्री प्रजापति, नारद राय को टिकट दिया गया है. कानपुर कैंट से अतीक अहमद को टिकट दिया गया है.
बीजेपी पर साधा निशाना
नोटबंदी और काला धन के मसले पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि चुनावों में वादा किया था कि 15 लाख रुपया हरेक के खाते में आएगा. सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर किसके खाते में वह पैसा आया?